हरिद्वार जिले में एक साल में आग से राख हो गई लगभग 20 करोड़  तक की संपत्ति

अग्निशमन विभाग सालभर अग्निकांड की घटनाओं को लेकर दौड़ता रहा। हरिद्वार में सालभर 300 आगजनी की घटनाएं हुईं। इससे जिलेभर में करीब 20 करोड़ की संपत्ति जलकर राख हुई। लगभग 112 करोड़ की संपत्ति को दमकल कर्मियों ने बचाया। आगजनी में आठ पशुओं की जान गई तो 250 से ज्यादा की जान बचाई गई। अधिकांश आग की घटनाओं के पीछे शॉर्ट सर्किट कारण रहा।

गर्मियों का सीजन शुरू होते ही आगजनी की घटनाएं बढ़ जाती हैं। इस पर काबू पाने के लिए अग्निशमन विभाग की टीम कार्य करती है। बात करें साल 2023 की तो एक जनवरी से लेकर 31 दिसंबर तक जनपदभर में लगभग आगजनी की 300 घटनाएं सामने आई हैं। इसमें एक दर्जन से ज्यादा छोटी-मोटी फैक्टरियों में आग की घटना हुई हैं। इसके अलावा अन्य घटनाएं दुकान, मकान और झुग्गी झोपड़ियों में आग की हुई हैं।

सीएफओ अभिनव त्यागी की मानें तो इस एक साल आगजनी से अग्निशमन विभाग ने करीब 112 करोड़ की संपत्ति को जलने से बचाया है जबकि, लगभग 20 करोड़ की संपत्ति जली है। फैक्टरी, गोदाम और घरों में आग लगने के बाद फंसे 205 लोगों सकुशल रेस्क्यू किया गया।

अग्निशमन विभाग के अनुसार दो बड़ी घटनाएं आगजनी की हुई हैं। जगजीतपुर क्षेत्र में एलपीजी गैस लीक होने की बड़ी घटना सामने आई थी। तब दमकल कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर इसे काबू किया था। इसके अलावा भगवानपुर क्षेत्र में एक फैक्टरी में भयंकर आग लगी थी। 60 फीसदी तक फैक्टरी जल उठी थी। सहारनपुर, देहरादून की मदद लेते हुए आग को काबू पाया गया था।

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