हरिद्वार के सिडकुल स्थित पेंटागन मॉल के दुकानदारों ने मॉल मैनेजमेंट पर लगाए आरोप।
हरिद्वार के सिडकुल स्थित पेंटागन मॉल के दुकानदारों ने मॉल मैनेजमेंट पर लगाए आरोप। हरिद्वार के सिडकुल स्थित पेंटागन मॉल की हालत कोरोना से लेकर अभी तक खस्ता चल रही है। ये बात हम नही कह रहे बल्कि मॉल के ग्राउंड फ्लोर से लेकर लास्ट फ्लोर तक दर्जनों दुकान खाली पड़ी हुई है।
लेकिन अब मॉल मैनेजमेंट ने कई दुकानदारों की हालत भी खराब कर दी है। दरअसल मॉल के शुरुआती दौर में ही मॉल परिसर में कुछ लोगों को अस्थाई दुकानें बनाकर दी गई थी उनके साथ हर वर्ष 11 महीनों का एग्रीमेंट किया था।
लेकिन दुकानदारों का आरोप है की अब उन दुकानों को मॉल मैनेजमेंट ने अचानक से हटाने का आदेश दे दिया है।पीड़ित दुकानदारों का कहना है कि बिना किसी नोटिस के ही हमें मॉल से दुकानें हटाने को कहा गया है यदि ऐसे में दुकानें हट जाएगी तो दुकानदार बर्बाद हो जाएंगे।
दुकानदारों ने यह भी आरोप लगाया मॉल मैनेजमेंट ने दुकानदार को यह धमकी भी दी है कि अगर कोई दुकानदार पुलिस या शासन प्रशासन के पास जाकर शिकायत करेगे तो उनके साथ मारपीट करने की धमकी दी है।
मॉल प्रबंधक विकास पुरी ने जानकारी देते हुए बताया कि मॉल परिसर में जो अस्थाई दुकानें लगाई गई थी उनसे लगातार शिकायत मिल गई थी कि दुकानों को निकली सामान बेचा जाता है।
उंगली कहां की जो कॉस्मेटिक की दुकानें हैं उनको भी डुप्लीकेट परफ्यूम अन्य समान बेचा जाता है। बोल प्रबंधक बताते हैं कि इन लोगों से बात की गई थी कि इन लोगों के पास में फूड लाइसेंस नहीं है ।
लेकिन हैरान कर देने वाली बात यह है कि बीते कई सालों से मॉल मैनेजमेंट को यह बात याद नहीं आई की जो दुकाने मॉल परिसर में अस्थाई तौर पर बनाई गई उनके पास फूड लाइसेंस ओ अन्य लाइसेंस नहीं है।
या फिर यह भी यह बात कहना भी गलत नहीं होगी कि कि अब मॉल मैनेजमेंट बड़ी कंपनियों के साथ कोई बड़ी डील हो गई है इसलिए अभी छोटे दुकानदारों को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है।